मौसम पूर्वानुमान : मई 2022 (वैदिक)
मौसम पूर्वानुमान : मई - 2022 (वैदिक)
1और2 मई को धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा !तापमान भी अधिक बढ़ चुका होगा !कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना कुछ बड़े विवादों को जन्म दे सकती है !
3 मई को चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | जिससे समुद्रवर्ती कुछ देशों प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ वर्षा का वातावरण बनने की संभावना है जबकि
सामान्यतौर वर्षा प्रायः नहीं होगी! वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है |नदियों जलाशयों आदि का जल अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक प्रदूषित होते देखा जा सकता है |
4 मई को तापमान अधिक बढ़ा रहेगा ! गरम हवाओं के थपेड़े सहने पड़ सकते हैं| इससमय वायुमंडल में ज्वलनशील गैसों की अधिकता रहेगी !इस कारण थोड़ी भी असावधानी होने पर कहीं भी आग लग जाने की दुर्घटना घटित हो सकती है |वायु प्रदूषण बढ़ सकता है |
5 मई को वायु की गति कुछ कम होगी |बढ़ते तापमान के वेग पर अंकुश लगेगा | वायु प्रदूषण कम होना प्रारंभ होगा | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना शांत होगी | पूर्वोत्तर प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति देखी जा सकती है |
6मई को अनेकों देशोंप्रदेशों में वर्षा होने की संभावना है |हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में सामान्य बादलों की उपस्थिति रह सकती है |
7 और8 मई को गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी!कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति दिखाई पड़ेगी|कुछ क्षेत्रों में सामान्य वर्षा की संभावना है |
9,10और 11 मई को विश्व के कुछ पूर्वोत्तर देशों प्रदेशों में सामान्य वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में कहीं कहीं वर्षा होने की संभावना है |
12और 13 मई को कुछ स्थानों पर अल्प मात्रा में बादलों की उपस्थिति देखने को मिलेगी तथा कहीं कहीं पहाड़ी प्रांतों में छिटपुट वर्षा होने की संभावना है |गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है !
14 मई को अधिकाँश देशों प्रदेशों में तेज धूप रहेगी वर्षा की संभावना नहीं है |अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान विशेष बढ़ जाएगा! वायु मंडल मेंअग्नि तत्व की अधिकता रहेगी जिससे आग लगने की घटनाएँ इस दिन अधिक सकती हैं | इस दिन सूर्य मंडल विशेष रक्त वर्णी होगा एवं सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी | इसीलिए इस दिन की धूप रोगों को जन्मदेने वाली एवं आँखों के लिए विशेष अहितकर होगी |इस दिन की धूप उल्टी दस्त जैसे रोगों से विशेष पीड़ा प्रदान करने वाली है |
15 और 16 मई को हवाओं का वेग कुछ अधिक होगा कुछ अधिक होने से लू जैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है |धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा | तापमान भी अधिक होगा ! परिवारों में अकारण तनाव बढ़ना प्रारंभ होगा | आंदोलन तनाव जैसी घटनाऍं देखी जाएँगी | नदियों तालाबों के जलों में प्रदू षण मी मात्रा बढ़नी शुरू हो जाएगी |
17मई को आकाश में वायुप्रदूषण का स्तर काफी अधिक होगा| समाज में तनाव का वातावरण बन सकता है , संबंधों अचानक कलह बढ़ना प्रारंभ हो सकता है |शुगर रोगियों को विशेष सावधान रहना चाहिए इस दिन शुगर की मात्रा अपेक्षा कृत अधिक हो सकती है| मौसम सामान्य रहेगा |समुद्र के किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |
18 मई को अधिकाँश देशों प्रदेशों में तेज धूप रहेगी वर्षा की संभावना नहीं है |तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल में ज्वलन शील गैसों की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अधिक रहेगी | सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी इसीलिए इस दिन की धूप रोगों को जन्मदेने वाली एवं आँखों के लिए अहितकर होगी |नदियों तालाबों से प्रदूषण की मात्रा कम होनी प्रारंभ होगी |
19 और 20 मई को पश्चिम की ओर से आने वाली गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से वातावरण में नमी की मात्रा अधिक रहेगी |तापमान कुछ कम होगा |कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति दिखाई पड़ेगी | कहीं कहीं अल्प मात्रा में वर्षा की संभावना है |
21 और 22 मई को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं | हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
22 और 23मई को पूर्वोत्तर विश्व के कुछ देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में सामान्य वर्षा हो सकती है |तापमान एवं वायु प्रदूषण की मात्रा कुछ कम होगी |
24 और 25मई को कहीं कहीं बादलों की सामान्य उपस्थिति रहेगी ! हवाओं का तापमान कुछ कम रहेगा ! यहाँ से तापमान बढ़ना क्रमशः प्रारंभ हो जाएगा |
26मई को तापमान क्रमशः बढ़ना प्रारंभ जाएगा | लू जैसी गरम हवाओं का सामना करना पड़ सकता है |आग लग जाने की दुर्घटनाएँ अधिक घटित हो सकती हैं | वर्षा होने की संभावना कम है |तेज आँधी तूफ़ान एवं ओले गिरने की संभावना बन सकती है |
27मई को धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा!तापमान भी अधिक बढ़ चुका होगा !कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं|वर्षा की संभावना बहुत कम है !
28और29 मई को धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा !तापमान भी अधिक बढ़ चुका होगा !कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं | वर्षा की संभावना बहुत कम है !
30और31 मई को चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | जिससे समुद्रवर्ती कुछ देशों प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ वर्षा का वातावरण बनने की संभावना है जबकि सामान्यतौर पर इन दिनों में वर्षा प्रायः नहीं होगी!केवल वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है |
आँधी तूफ़ान : मई के संपूर्ण महीने में लू के तेज थपेड़ों का जोर रहेगा |तेज तूफानों की घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं | संपूर्ण महीने में आँधी तूफानों का जोर अधिक रहेगा |वैसे तो संपूर्ण महीने ही वायु संबंधी उपद्रव अधिक घटित होते दिखाई पड़ेंगे | उसमें भी 1 से 16 मई तक हवाओं का वेग अधिक रहेगा | इसके साथ साथ 1से 3 मई ,14 से 18 मई एवं 27 और 31 मई तक कुछ देशों प्रदेशों में हिंसक तूफानों चक्रवातों बज्रपातों की घटनाएँ अधिक घटित होते देखी जा सकती हैं |
आग लगने के बिषय में पूर्वानुमान:
सामान्य तौर पर अप्रैल के महीने 12 से 22मई तक आग लगने की घटनाएँ अधिक घटने की संभावना है | उसमें भी 4,13,18,26मई को अग्नि संबंधी दुर्घटनाएँ काफी अधिक घटित हो सकती हैं| इन दिनों में अग्नि प्रकोप का भय विशेष अधिक रहेगा |इन तारीखों में तापमान भी अनुमान से काफी अधिक बढ़ा रहेगा !
तनाव का समय :
15 से 20 मई के बीच लोगों के मन में समाज में समुदायों एवं दो देशों के बीच में तनाव विशेष अधिक बढ़ जाने का समय है | ऐसे समय में जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी | जिनके साथ ऐसा नहीं है इस समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक परेशानी का अनुभव नहीं होगा |इन दिनों में लोगों को आतंरिक एवं बाह्य तनाव का सामना अधिक करना पड़ सकता है |
उत्पात का समय :
मई के महीने में चीन नेपाल म्यांमार भारत भूटान आदि देशों में अग्निकांड एवं आँधी तूफ़ान आदि प्राकृतिक आपदाएँ अधिक घटित हो सकती हैं | 2 से 4 मई ,15 से 19 मई एवं 26 से 31 मई तक आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बमविस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की मात्रा अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए |