वैदिकमौसम पूर्वानुमान -सितंबर 2019

Category: Forcasting (Weather) Published: Friday, 30 August 2019 Written by Dr. Shesh Narayan Vajpayee

दिल्ली एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में -

          1 ,2 सितंबर को बादल और धूप दोनों के दर्शन होंगे ,3 सितंबर को कम बादल एवं धूप अधिक होगी | 4,5,6,7,8,9,10 को कभी धूप तो कभी काले काले घनघोर बादल आकाशमंडल घेरे रहेंगे और अच्छी वर्षा होगी |इन्हीं दिनों में कश्मीर  क्षेत्रों में वर्षा तथा बर्फबारी की प्रबल संभावनाएँ हैं | 11 को कम बादल अच्छी धूप रहेगी !12को अच्छी धूप आसमान साफ होगा ,13 ,14 को कम बादल अच्छी धूप रहेगी ,15 एवं 16 को अधिक बादल आकाश मंडल को ढककर रखेंगे !17 धूप एवं 18 को भयंकर बादल दिखाई देंगे !19,20को बादल और अच्छी वर्षा की संभावना है | 21 को भयंकर बादल एवं वर्षा की अधिकता रहेगी| 22 को दिल्ली में धूप जबकि राजस्थान छत्तीस गढ़ झारखंड में आँधी तूफ़ान वर्षा !23 ,24,25,26,27,28,29 को घने बादल ,धूप एवं वायु का वेग अधिक होगा !30 को हल्के बादल और धूप रहेगी |

 संपूर्ण भारत का मौसम पूर्वानुमान -

     1से 4सितंबर तक देश के कई प्रदेशों में अच्छी वर्षा होगी | 5,6,7 सितंबर को धूप खिलेगी तथा अधिक वायु कम वर्षा एवं भूरेरंग के बादल

आकाश मंडल को सुशोभित करेंगे |8 से 20 सितंबर तक भारत के अधिकाँश प्रदेशों में अच्छी वर्षा होगी|
    1 से 17 सितंबर तक पश्चिमबंगाल ,मणिपुर मिजोरम त्रिपुरा उड़ीसा बिहार झारखंड छत्तीसगढ़ आदि क्षेत्रों में बहुत अधिक वर्षा एवं बाढ़ की परिस्थितियाँ बन सकती हैं |  इन्हीं तारीखों में असम  अरुणाचल आदि में भी अच्छी वर्षा होगी | सामान्य वर्षा देश के अधिकाँश प्रदेशों में होगी |
  3 से 14 सितंबर तक हिमाचल जम्मूकश्मीर हरियाणा पंजाब दिल्लीउत्तर प्रदेश बिहार राजस्थान आदि में अधिक वर्षा होने की संभावना है | इसमें भी 10 से 14 सितंबर तक इन्हीं प्रांतों में वर्षा की संभावना विशेष अधिक होगी |
    7 से 17 सितंबर तक तेलंगाना आंध्रप्रदेश पांडिचेरी तमिलनाडु केरल कर्नाटक आदि क्षेत्रों में वर्षा की मात्रा अधिक होगी |
   22 से 27 सितंबर तक पूर्वी उत्तरप्रदेश बिहार झारखंड मेघालय असम  अरुणाचल मणिपुर मिजोरम त्रिपुरा आदि में वर्षा का वेग अन्य प्रदेशों की अपेक्षा अधिक रहेगा !
    गुजरात राजस्थान मध्यप्रदेश महाराष्ट्र आदि में सितंबर के  संपूर्ण महीने में खंडित ,अनुपयोगी एवं अनिष्ट कर वर्षा होने की संभावना रहेगी |
    18 से 29 सितंबर तक वायु का प्रवाह काफी अधिक होगा और यहीं से वर्षाऋतु का प्रभाव क्रमिक रूप से कम होता चला जाएगा !25 सितंबर के बाद वर्षा का वेग अत्यंत कम होते हुए 28 सितंबर से वर्षा ऋतुजन्य वर्षा पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी |

  आँधी तूफ़ान -

5 से 12 सितंबर तक एवं 18 से 29 सितंबर तक वायु का प्रवाह काफी अधिक होगा | इसमें भी 4,5,6,7 और 17,18,19,20,21 आँधी तूफ़ान घटित होने की संभावनाएँ विशेष अधिक बनेंगी !

  उत्पात -

4,5,6,7 एवं 16,17,18,19,20 को सितंबर के  महीने में यह हिंसक वातावरण बनने का समय है !इन तारीखों में भूकंप,बज्रपात, आंदोलन, उन्माद , संघर्ष, आतंकवादी घटनाएँ,विमानदुर्घटनाएँ, वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना  आदि से संबंधित घटनाओं के घटित होने की संभावनाएँ अधिक रहती हैं !


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