मौसम पूर्वानुमान : 1 से 7 मई 2023 तक (वैदिक)

Category: Forcasting (Weather) Published: Sunday, 30 April 2023 Written by Dr. Shesh Narayan Vajpayee

मौसम पूर्वानुमान : 1 से 7 मई 2023 तक   (वैदिक)

1और 2मई को विशेषकर पूर्वोत्तर भारत में आकाश में बादलों की उपस्थिति अधिक रहेगी | वर्षा की विशेष संभावना है | पूर्वोत्तर भारत के अतिरिक्त मध्यम वर्षा की संभावना कुछ  स्थानों पर  है | तापमान सामान्य रहेगा ,वायु का प्रवाह अधिक रहेगा |

3 मई को भारत के पूर्वोत्तर प्रदेशों में तो  बादलों की उपस्थिति सामान्य रहेगी और वर्षा होने की संभावना कहीं कहीं है किंतु अन्य प्रदेशों में अल्प वर्षा होने

की संभावना है! दक्षिण भारतीय आसमानी सौर गतिविधियों के कारण रात्रि में तापमान अचानक बढ़ेगा जबकि पूर्वोत्तर भारत में हुमस अधिक होगी | सौर गतिविधियों के कारण इस रात्रि में अन्य दिनों की अपेक्षा आग लगने की घटनाएँघटित होते अधिक देखी  जा सकती हैं | वायु प्रदूषण का स्तर लगभग सामान्य रहेगा |

 4 मई को कुछ स्थानों पर अल्प वर्षा की संभावना है | जहाँ तहाँ बादल रहने के बाद भी तापमान अधिक होगा | सूर्य दर्शन होता रहेगा एवं दोपहर से अच्छी धूप निकलने की संभावना है |इस दिन अत्यंत सामान्य कारणों से भी आग लगने की  घटनाएँ अधिक घटित हो सकती हैं |इसी रात्रि में दक्षिणी ध्रुव के सामने आकाश में हवाएँ तेजी से आंदोलित होंगी और वहाँ से बड़े वेग से पूर्व की ओर गमन करेंगी |

 5 मई को सामान्य रूप से बादलों को कहीं कहीं देखा जा सकेगा ! कहीं कहीं तेज हवाओं या आँधी तूफानों के साथ वर्षा हो सकती है |वायु प्रदूषण बढ़ना शुरू होगा | लोगों में उन्माद की भावना पनपेगी | छोटी छोटी बातों को लेकर तनाव बढ़ेगा |

  6 मई को बादलों की आवाजाही बनी रहेगी ,कहीं कहीं तेज हवाओं एवं हिंसक आँधी तूफानों के साथ वर्षा हो सकती है | इससे लोगों के मन में उन्माद की भावना पनपेगी | परिवारों में अकारण तनाव की मात्रा बढ़नी प्रारंभ होगी |समाज में वैमनस्य फैलाने के राजनैतिक प्रयास होंगे |राजनैतिक दलों में पारस्परिक आरोपों प्रत्यारोपों के दुखद दृश्य देखने को मिल सकते हैं | समाज में आंदोलन की प्रवृत्ति पनपेगी | ऐसा प्रभाव कुछ दिनों तक समस्त वायुमंडल में रहेगा |

7 मई को दक्षिण ध्रुव से आने वाली प्रकुपित हवाओं (अनपेक्षित गैसों )के प्रभाव से कुछ स्थानों पर प्राकृतिक उपद्रव घटित हो सकते हैं |वो हवाएँ जब जहाँ पहुँचेंगी वहाँ आँधी तूफ़ान चक्रवात जैसी प्राकृतिक घटनाएँ निर्मित हो सकती हैं | भारत के दक्षिण पूर्वी समुद्री किनारों पर स्थित प्रदेशों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इन प्रदूषित हवाओं के वेग से वातावरण में वायु प्रदूषण बढ़ना शुरू हो सकता है |लोगों में मानसिक तनाव विशेष बढ़ सकता है | इन दिनों में भूकंप चक्रवात बज्रपात जैसी घटनाएँ एवं मनुष्यकृत दुर्घटनाएँ घटित होसकती हैं | इससे कुछ दिनों तक आकाशीय वातावरण विक्षुब्ध रहेगा |वातावरण में वायुप्रदूषण का  स्तर काफी अधिक बढ़ जाएगा | नदियों तालाबों का जल  प्राकृतिक प्रदूषण से प्रदूषित होगा |

उत्पात का समय :

1 से 7 मई तक अधिक गर्मी की संभावना नहीं है बादलों की आवाजाही लगी रहेगी |1 से 3 मई तक तेज हवाएँ चलने की संभावना है |  4 से 7 मई तक आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित  हो सकते हैं |इन दिनों में तेज तूफ़ान चक्रवात आदि का निर्माण हो सकता है | समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की  सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बम विस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में तनाव हिंसा उन्माद की मात्रा  अन्य समय की अपेक्षा अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों तथा देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए !

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