मौसम पूर्वानुमान :अगस्त - 2022 (वैदिक)-

Category: Uncategorised Published: Sunday, 31 July 2022 Written by Dr. Shesh Narayan Vajpayee

मौसम पूर्वानुमान :अगस्त - 2022 (वैदिक)-

अगस्त महीने का संक्षिप्त मौसम पूर्वानुमान !
     अगस्त महीने में वर्षा की संभावना काफी अधिक है ! सामान्य वर्षा तो अगस्त के अधिकाँश दिनों में होगी !मध्यम और अधिक वर्षा अगस्त के लगभग 15 दिनों तक होती रहेगी |इससे  विश्व का अधिकाँश भाग बाढ़ ग्रस्त हो सकता है | सरकारों के द्वारा गठित अच्छे से अच्छे आपदा प्रबंधन

वर्षा के विशाल वेग को सँभाल पाने में असमर्थ होंगे | उपग्रहों रडारों से बादलों की जासूसी करने वाले वैज्ञानिकों को यह समझ में ही नहीं आएगा कि इस वर्ष अगस्त के महीने में इतनी अधिक वर्षा क्यों हो रही है | अधिक वर्षा होने का कारण खोजने में असमर्थ वैज्ञानिक बेचारे फिर वही " जलवायुपरिवर्तन" का रोना रोते देखे जाएँगे |वैदिक विज्ञान की दृष्टि से अगस्त महीने की 9,11,12,13,15,20, 21,25,27 आदि तारीखों में काफी भयंकर वर्षा होने की संभावना है |
अगस्त महीने का मौसम पूर्वानुमान अब विस्तार से -
  1और 2अगस्त को कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा हो सकती है !कुछ स्थानों पर घने बादलों की उपस्थिति दिखाई देगी | इन दिनों में पहले की अपेक्षा तापमान कुछ  कम रहेगा ,किंतु अभी विशेष कम होने की आशा नहीं की जानी चाहिए !
 3अगस्त को बादलों की उपस्थिति अनेकों देशों प्रदेशों में देखने  को मिलेगी | पूर्वोत्तर भारत के कुछ स्थानों पर सामान्य वर्षा होगी तथा पहाड़ी भी  प्रांतों में सामान्य  वर्षा होने की संभावना है |जिससे गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है !
 4अगस्त को जहाँ तहाँ अल्पमात्रा में वर्षा हो सकती है |  अधिकाँश भूभाग में धूप रहने  की संभावना है, अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल मेंअग्नि तत्व की अधिकता रहेगी जिससे कुछ स्थानों पर आग लगने की घटनाएँ घटित हो सकती हैं |
 5और 6 अगस्त को समुद्री हवाएँ तेज चलेंगी | कुछ स्थानोंपर आंधी तूफ़ान जैसे उपद्रव घटित हो सकते हैं | दक्षिण पूर्वी भारत में वर्षा के साथ साथ आँधी तूफानों की घटनाएँ भी घटित होने की संभावना है |इस समय हवाओं का वेग कुछ अधिक होगा | परिवारों में अकारण तनाव बढ़ना प्रारंभ होगा | समाज में आंदोलन तनाव जैसी घटनाऍं   घटित होते देखी जाएँगी |वायु मंडल से लेकर नदियों तालाबों के जलों में प्रदूषण की मात्रा बढ़नी शुरू हो जाएगी |
 7और 8अगस्त को आकाश में वायुप्रदूषण का  स्तर पहले की अपेक्षा बढ़ जाएगा | पारिवारिक एवं सामाजिक संबंधों में  अचानक तनाव बढ़ना प्रारंभ हो सकता है |शुगर रोगियों को विशेष  सावधान रहना चाहिए इस दिन शुगर की मात्रा अपेक्षा कृत अधिक हो सकती है|इन दिनों में समाज में भी तनाव का वातावरण विशेष हिंसक हो सकता है ,मौसम सामान्य रहेगा फिर भी समुद्र के किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |विशेषकर दक्षिण पश्चिमी भारत में मौसम का प्रकोप अधिक दिखाई देगा |
 विशेष बात :9 अगस्त से 19 अगस्त तक विश्व के अधिकाँश देशों प्रदेशों में विशेष अधिक वर्षा होते देखी  जा सकेगी | उसमें भी 9 अगस्त से 15 अगस्त तक विशेष अधिक वर्षा होने की संभावना है |
 9अगस्त को अनेकों देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति रह सकती है तेज धूप रहेगी | तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल में ज्वलन शीलता  की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अधिक रहेगी | सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी | नदियों तालाबों में प्रदूषण की मात्रा कम होनी प्रारंभ होगी |इसी दिन सायंकाल में वर्षा का वातावरण बनता दिखाई देगा !
 10अगस्त को पश्चिम की ओर से आने वाली गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से वातावरण में न केवल नमी की मात्रा बढ़ेगी अपितु कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की अधिक उपस्थिति के साथ साथ  कहीं कहीं  अधिक  वर्षा भी हो सकती  है |
 विशेष बात :11  अगस्त से 30 अगस्त तक विश्व के अधिकाँश देशों प्रदेशों में विशेष अधिक वर्षा होते देखी  जा सकेगी |
  11 और 12अगस्त को विश्व के अनेकों  देशों प्रदेशों में अधिक बादलों के साथ साथ विशेष अधिक वर्षा होते देखी  जा सकती है |विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल दिल्ली  हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
 13 और 14अगस्त को पूर्वोत्तर विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में काफी अधिक वर्षा होने की संभावना है जिससे कई देश प्रदेश आदि वर्षा से प्रभावित होंगे! इसलिए इन दिनों में विश्व का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ की चपेट में होगा | भारत के विशेषकर जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में भी अधिक वर्षा हो सकती है |इन दिनों में तापमान एवं वायु प्रदूषण की मात्रा कुछ कम रहेगी |
15 अगस्त को 60 प्रतिशत भूभाग पर बादलों की उपस्थिति रहेगी !उनमें से 40 प्रतिशत स्थानों पर अच्छी वर्षा हो सकती है | हवाओं में तापमान कुछ कम रहेगा !
16 अगस्त को तापमान अधिक रहेगा |कुछ स्थानों पर आग लग जाने की दुर्घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इस दिन वर्षा होने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा कम है |
17 और18अगस्त को हवाओं की गति बढ़ेगी !वायु प्रदूषण अन्य समय की अपेक्षा बढ़ा रहेगा !कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं|!पश्चिम बंगाल झारखंड,छत्तीसगढ़,उड़ीसा तेलंगाना आंध्रप्रदेश,तमिलनाडु जैसे क्षेत्रों में बादलों का जमावड़ा बढ़ सकता है | इनमें से समुद्री तटों के कुछ देशों प्रदेशों में पर तेज हवाओं के साथ अधिक वर्षा हो सकती है |
 19 और 20अगस्त को उत्तर भारत,मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र ,कर्नाटक जैसे प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ अधिक वर्षा हो सकती है | इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण संभव है ,जिससे समुद्रवर्ती कुछ देशों प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ  वर्षा का वातावरण बनने  की संभावना है | उत्तर भारत में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है |लोगों के मन में अकारण एक दूसरे के प्रति तीव्र विद्वेष की भावना पनपेगी |
21  अगस्त को वायु की गति कुछ कम होगी ,अन्य समय की अपेक्षा तापमान कुछ बढ़ा रहेगा | वायु प्रदूषण कम होना प्रारंभ होगा | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना शांत होगी | पूर्वोत्तर प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति बढ़ती देखी  जा सकती है |कहीं कहीं मध्यम वर्षा की संभावना है |
 विशेष बात : 22 से 30 अगस्त तक विश्व के अधिकाँश देशों प्रदेशों में काफी अधिक वर्षा होते देखी  जा सकेगी |  
   22 और 23 अगस्त को वायु की गति कुछ कम होगी ,वातावरण में नमी की मात्रा बढ़नी प्रारंभ होगी |  वायु प्रदूषण कम होना प्रारंभ होगा | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना शांत होगी | पूर्वोत्तर प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति बढ़ती देखी  जा सकती है |वर्षा होने की संभावना है |
24और 25 अगस्त को अधिकाँश देशोंप्रदेशों में विशेष अधिक वर्षा हो सकती है |हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में विशेष अधिक वर्षा हो सकती है |हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी|
 26 और 27अगस्त को पृथ्वी के अधिकाँश भागों में काफी अधिक वर्षा हो सकती है जिससे विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों अत्यंत अधिक वर्षा होने के कारण भीषण बाढ़ जैसे भयंकर दृश्य देखने को मिल सकते हैं |
28 और 29 अगस्त को अधिकाँश देशोंप्रदेशों में अधिक वर्षा हो सकती है |हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में विशेष अधिक वर्षा हो सकती है |हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी|
30अगस्त -को अच्छी वर्षा हो सकती है ! अधिकाँश स्थानों पर बादलों की उपस्थिति दिखाई देगी | तापमान कुछ घटेगा किंतु अभी विशेष कम होने की आशा नहीं की जानी चाहिए !
 31अगस्त को कहीं कहीं अल्प मात्रा में बादलों की उपस्थिति देखने को मिलेगी तथा पहाड़ी प्रांतों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है |
आँधी तूफ़ान : अगस्त के संपूर्ण महीने में तेज तूफानों की घटनाएँ बहुत कम घटित होंगी  फिर भी 4 से 7  अगस्तएवं 17 से  20  अगस्ततक वायु संबंधी उपद्रव अधिक घटित होते दिखाई पड़ेंगे | इस समय कुछ देशों प्रदेशों में हिंसक तूफानों एवं समुद्र तटवर्ती क्षेत्रों में चक्रवातों बज्रपातों  की घटनाएँ घटित होते अधिक देखी जा सकती हैं |विश्व के दक्षिणी भाग में तेज तूफानों एवं अग्नि प्रकोपों की घटनाएँ अधिक घटित होते देखी जा सकती हैं |
 आग के बिषय में : अगस्त  महीने में  वायु मंडल में ज्वलन शील गैसों की स्थिति सामान्य रहेगी अतएव इस महीने में अग्नि संबंधी दुर्घटनाएँ कम घटित होंगी ,फिर भी 3, 8, 16, 21,31 अगस्त को आग लगने की घटनाएँ घटित हो सकती हैं |इसलिए  उपर्युक्त दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए |
तनाव का समय : 3 से 8 अगस्तके बीच लोगों के मन में अकारण तनाव बढ़ सकता है | ऐसे समय में विभिन्न वर्गों समुदायों सम्प्रदायों एवं कुछ देशों के बीच में आपसी तनाव विशेष अधिक बढ़ सकता है | ऐसे समय में जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी | जिनके साथ ऐसा नहीं है इस समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक परेशानी का अनुभव नहीं होगा |इन दिनों में लोगों को आतंरिक एवं बाह्य तनाव का सामना अधिक करना पड़ सकता है |
उत्पात का समय :
 अगस्त के महीने में कोरोना महामारी विशेष भयानक स्वरूप धारण कर सकती है |इस कारण संभव है कि इस वर्ष की जुलाई विशेष डरावनी बीते | 5से 8अगस्त तक एवं 16से 20 अगस्त तक आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित  हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की  सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बम विस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की मात्रा  अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए
विशेष बात :मैं विश्वास पूर्वक कह सकता हूँ कि प्रकृति के स्वभाव के आधार पर मौसम के विज्ञान को समझने में मौसम वैज्ञानिकों को अभी भी हजारों वर्ष लग सकते हैं क्योंकि अभी तक मौसम का कोई ऐसा विज्ञान ही नहीं है जिसके द्वारा मौसम को समझना इसके विषय में अनुमान पूर्वानुमान आदि लगाना संभव हो | 

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