मौसमपूर्वानुमान :फरवरी - 2021

Category: Forcasting (Weather) Published: Friday, 29 January 2021 Written by Dr. Shesh Narayan Vajpayee


                                     मौसमपूर्वानुमान :फरवरी - 2021

 वर्षा पूर्वानुमान : भारत समेत संपूर्ण विश्व में इस वर्ष फरवरी के महीने में काफी अधिक बारिश एवं बर्फबारी होने की संभावना है | इस महीने में पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी एवं मैदानी क्षेत्रों में अधिकाँश दिनों में भिन्न भिन्न देशों प्रदेशों में वर्षा होने का अनुमान है | इसी महीने में कुछ देशों प्रदेशों में तो वर्षा की मात्रा इतनी अधिक भी हो सकती है कि संभव है इस ऋतु में इतनी अधिक वर्षा पिछले कुछ दशकों में न हुई हो |1 से 16  फरवरी तक कुछ देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि

अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है !19से 28 फरवरी तक उत्तर भारत समेत कुछ स्थानों पर कई दिन अधिक वर्षा होने की संभावना है | 14 से 28 फरवरी तक दक्षिणी देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान एवं आग संबंधी दुर्घटनाओं के घटित होने की आशंका है |
 1 से 2 फरवरी तक आकाश में बादलों की आवाजाही देखने को मिलेगी तथा कुछ क्षेत्रों में कृषिकार्यों के लिए हितकारी अर्थात उचित मात्रा में वर्षा होने की संभावना है |
 3 फरवरी को अधिकाँश देशों प्रदेशों में धूप होगी कुछ क्षेत्रों में सामान्य वर्षा हो सकती है |
 4 और 5 फरवरी को वर्षा होने की संभावना अत्यंत कम है हवा का वेग अधिक रहेगा !केवल समुद्र के किनारे वाले कुछ देशों प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ वर्षा होने का अनुमान है |
  6  और 7 फरवरी को विश्व के कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ अधिक वर्षा भी हो सकती है चक्रवाती तूफान जैसी घटनाएँ भी इन्हीं दिनों में समुद्र तटीय देशों प्रदेशों में घटित होने का अनुमान है |  इन दिनों में समुद्र से दूर स्थित देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना प्रायः नहीं है जबकि ऐसे क्षेत्रों में इन्हीं दिनों में वायु प्रदूषण अधिक बढ़ सकता है | इन दिनों में  तापमान भी अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ बढ़ा रहेगा |
8 फरवरी को धूपअच्छी रहेगी|आसमान प्रायः साफ रहेगा जबकि दोपहर बाद कुछ स्थानों पर  वर्षा का अनुमान है |
9  फरवरी को बादलों कीउपस्थिति आकाश में देखी जा सकेगी कहीं कहीं वर्षा की संभावना भी है |
 10 ,11 और 12 फरवरी को कुछ देशों प्रदेशों में अच्छी वर्षा हो सकती है | इन्हीं दिनों में पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी की घटनाएँ  घटित होते देखी जाएँगी|आकाश प्रायः स्वच्छ एवं वायु प्रदूषण रहित होगा |
 13 फरवरी को बादलों की अधिकता के साथ साथ अधिक वर्षा हो सकती है |वायुप्रदूषण मुक्त आकाश होगा |
14 और 15 फरवरी को थोड़े बहुत बादलों के साथ कहीं कहीं सामान्य वर्षा की संभावना है |
16 फरवरी को आकाश बादलों से प्रायः मुक्त होगा वर्षा की संभावना बिलकुल नहीं है |
17 फरवरी को तेज हवाओं के साथ वर्षा होने की आशंका है  यह वर्षा प्रायः अधिकाँश भागों में होगी|
 18 फरवरी को समुद्र के किनारे वाले देशों प्रदेशों में तेज हवा के साथ वर्षा हो सकती है इसके अलावा अन्य स्थानों पर वर्षा की संभावना लगभग नहीं है |
19 और 20 फरवरी को समुद्र तटीय देशों प्रदेशों में चक्रवाती तूफान का अनुमान है | जिससे कुछ क्षेत्रों में अधिक नुक्सान हो सकता है|समुद्र से दूर स्थित देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना प्रायः नहीं है जबकि ऐसे क्षेत्रों में इन्हीं दिनों में वायु प्रदूषण अधिक बढ़ने की संभावना है |
21 फरवरी को आसमान साफ रहेगा वर्षा की संभावना नहीं है वायु प्रदूषण एवं तापमान  का स्तर कुछ बढ़ जाएगा |
22 फरवरी को कहीं कहीं अत्यंत कम मात्रा में बादलों के दर्शन हो सकते हैं वर्षा नहीं होगी |
 23 फरवरी को कुछ देशों प्रदेशों मेंबादलों कीअधिकता रह सकती हैतथा बारिश होनेकी संभावना है |
24 फरवरी को कृषि के लिए हितकारी मध्यम वर्षा हो सकती है |
25 और 26 फरवरी को  विश्व के अधिकाँश भागों में अच्छी वर्षा होने की संभावना है इन्हीं दिनों में पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी की घटनाएँ  घटित हो सकती हैं |आकाश प्रायः स्वच्छ एवं वायु प्रदूषण रहित होगा |
27 और 28 फरवरी को विश्व के कुछ भागों में वर्षा की संभावना है किंतु है वायु प्रदूषण रहित वायुमंडल होगा |

सर्दी  बढ़ने का पूर्वानुमान :1 से 12 फरवरी तक  पाला गिरने की संभावना है | इसीलिए  सर्दी अधिक होगी | 11 से 16 फरवरी एवं 26 से28 फरवरी को अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान कम रहेगा| 3,8,16 और 21फरवरी को धूप प्रायः सभी जगहों पर अच्छी रहेगी |

 आग लगने के बिषय में पूर्वानुमान: 14 से 28 फरवरी तक अग्नि प्रकोप का भय रहेगा |3,8,16और 21 फरवरी को आग लगने की घटनाएँ अधिक घटित होने की संभावना है |

तनाव का समय :3 से 7 फरवरी तक तनाव विशेष अधिक बढ़ जाने का समय है | ऐसे समय में जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी | जिनके साथ ऐसा नहीं है इस समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक परेशानी का अनुभव नहीं होगा | 

उत्पात का समय :   3 से 7 फरवरी एवं 17 से 20 फरवरी के मध्य के समय में आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित  हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की  सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बमविस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की मात्रा  अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए | 

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