मौसम पूर्वानुमान : अप्रैल 2022 (वैदिक)

Category: Forcasting (Weather) Published: Thursday, 31 March 2022 Written by Dr. Shesh Narayan Vajpayee

                                           मौसम पूर्वानुमान : अप्रैल 2022 (वैदिक)

 
 1अप्रैल को कुछ क्षेत्रों में न बरसने वाले बादलों की आवाजाही रहेगी !तापमान बढ़ेगा मौसम सामान्य रहेगा |
2अप्रैल  को तापमान क्रमशः बढ़ना प्रारंभ जाएगा | लू जैसी गरम हवाओं का सामना करना पड़ सकता है |आग लग जाने की दुर्घटनाएँ अधिक  घटित हो सकती हैं | वर्षा होने की संभावना नहीं है |
 3और4अप्रैल को धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा !तापमान भी अधिक बढ़ चुका होगा !कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं | वर्षा की संभावना बहुत कम है !
5और6 अप्रैल को चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | जिससे समुद्रवर्ती कुछ देशों प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ  वर्षा का वातावरण बनने  की

संभावना है जबकि सामान्यतौर पर इन दिनों  में वर्षा प्रायः नहीं होगी!केवल वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है |
 7 अप्रैल को तापमान अधिक बढ़ा रहेगा ! गरम हवाओं के थपेड़े सहने पड़ सकते हैं| इससमय वायुमंडल में ज्वलनशील गैसों की अधिकता रहेगी !इस कारण थोड़ी भी असावधानी होने पर कहीं भी आग लग जाने की दुर्घटना घटित हो सकती है |वायु प्रदूषण बढ़ सकता है |  
8 अप्रैल को अनेकों देशोंप्रदेशों में वर्षा होने की संभावना है |हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
 9 और 10 अप्रैल को गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी |कुछ स्थानों पर वर्षा होने के कारण तापमान कुछ कम रहेगा |कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति दिखाई पड़ेगी जिससे कुछ क्षेत्रों में सामान्य वर्षा की संभावना है |
11,12और 13 अप्रैल को विश्व के कुछ पूर्वोत्तर देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के  जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा जैसी  घटनाएँ  घटित होते देखी जा सकती हैं | हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
 विशेष बात -14 से 30 अप्रैल तक तेज हवाएँ आँधी तूफ़ान आदि घटनाएँ घटित होंगी !
 14और 15 अप्रैल को आकाश में बादलों की उपस्थिति देखने को मिलेगी तथा कुछ क्षेत्रों में कृषिकार्यों के लिए हितकारी अल्प मात्रा में वर्षा होने की संभावना है |गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है !
 16 अप्रैल को अधिकाँश देशों प्रदेशों में तेज धूप रहेगी वर्षा की संभावना नहीं है |तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल में ज्वलन शील गैसों की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अधिक रहेगी | इस दिन सूर्य  मंडल लाल होगा एवं सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी इसीलिए इस दिन की धूप रोगों को जन्मदेने वाली एवं आँखों के लिए अहितकर होगी |वर्षा की संभावना अत्यंत कम है |
 17 और 18 अप्रैल को हवाओं का वेग कुछ अधिक होगा |धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा | तापमान भी अधिक होगा !कुछ क्षेत्रों में सामान्य वर्षा के साथ आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं |
 19और 20 अप्रैल  कोआकाश में वायुप्रदूषण का  स्तर  काफी अधिक होगा| मौसम सामान्य रहेगा |समुद्र के किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | सामान्यतौर पर इन दिनों  में वर्षा प्रायः नहीं होगी!
 21अप्रैल को अधिकाँश देशों प्रदेशों में तेज धूप रहेगी वर्षा की संभावना नहीं है |तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल में ज्वलन शील गैसों की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अधिक रहेगी | इस दिन सूर्य  मंडल लाल होगा एवं सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी इसीलिए इस दिन की धूप रोगों को जन्मदेने वाली एवं आँखों के लिए अहितकर होगी |वर्षा की संभावना अत्यंत कम है |
22 अप्रैल को पश्चिम की ओर से आने वाली गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी |तापमान कुछ कम होगा |कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति दिखाई पड़ेगी | वर्षा की संभावनाबहुत कम है |
23 अप्रैल को विश्व के अनेकों  देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा एवं बर्फबारी जैसी घटनाएँ  घटित होते देखी जा सकती हैं | हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
 24 और 25अप्रैल को पूर्वोत्तर विश्व के अनेकों  देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा  जैसी घटनाएँ  घटित होते देखी जा सकती हैं | हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
26 और 27अप्रैल को बादलों की उपस्थिति तो रहेगी ! वर्षा की संभावना कम है कहीं कहीं ओले गिर सकते हैं !हवाओं का तापमान कुछ कम रहेगा ! यहाँ से तापमान बढ़ना क्रमशः प्रारंभ हो जाएगा | 28अप्रैल को कुछ क्षेत्रों में सामान्य वर्षा के साथ ओले गिर सकते हैं मौसम सामान्य रहेगा |
29अप्रैल को तापमान क्रमशः बढ़ना प्रारंभ जाएगा | लू जैसी गरम हवाओं का सामना करना पड़ सकता है |आग लग जाने की दुर्घटनाएँ अधिक  घटित हो सकती हैं | वर्षा होने की संभावना कम है |तेज आँधी तूफ़ान एवं ओले गिरने की संभावना बन सकती है |
30अप्रैल को धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा !तापमान भी अधिक बढ़ चुका होगा !कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं | वर्षा की संभावना बहुत कम है !

आँधी तूफ़ान :वैसे तो 13 से 30 अप्रैल तक  तेज हवाएँ एवं आँधी तूफानों का दौर जारी रहेगा |2से 6 ,17 से 20 एवं 29 और 30 अप्रैल तक कुछ देशों प्रदेशों में हिंसक तूफानों की घटनाएँ अधिक घटित होते देखी जा सकती हैं |
 आग लगने के बिषय में पूर्वानुमान: सामान्य तौर पर अप्रैल के महीने आग लगने की घटनाएँ अधिक घटने की संभावना है | उसमें भी 1,2,6,7,16,21,29 को काफी अधिक  घटित हो सकती हैं| इन दिनों में अग्नि प्रकोप का भय विशेष अधिक रहेगा |इस महीने की इन तारीखों में तापमान भी अनुमान से काफी अधिक बढ़ा रहेगा !
तनाव का समय :16,17,18,19,20 अप्रैल को लोगों के मन में समाज में समुदायों एवं दो देशों के बीच में तनाव विशेष अधिक बढ़ जाने का समय है | ऐसे समय में जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी | जिनके साथ ऐसा नहीं है इस समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक परेशानी का अनुभव नहीं होगा | वैसे भी मंगोलिया रूस चीन नेपाल म्यांमार भारत भूटान आदि देशों को आतंरिक एवं बाह्य तनाव का सामना मार्च के महीने में करना पड़ सकता है |
उत्पात का समय : अप्रैल के महीने में चीन नेपाल म्यांमार भारत भूटान आदि देशों में अग्निकांड एवं आँधी तूफ़ान आदि प्राकृतिक आपदाएँ अधिक घटित हो सकती हैं | 3से 7,16 से 19 एवं 28 और 29 अप्रैल तकको आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित  हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की  सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बमविस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की मात्रा  अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए |

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