मौसम पूर्वानुमान : 16 से 23 जून 2023 तक (वैदिक)

Category: Forcasting (Weather) Published: Thursday, 15 June 2023 Written by Dr. Shesh Narayan Vajpayee

 मौसम पूर्वानुमान : 16  से 23  जून 2023 तक   (वैदिक)        

16 जून को असम  बिहार सिक्किम अरुणाचल मेघालय आदि प्रदेशों में विशेष वर्षा हो सकती है |केरल, कर्नाटक,गोवा,महाराष्ट्र,गुजरात एवं दक्षिणी राजस्थान जैसे प्रदेशों तेज हवाओं के साथ कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है | इसी दिन सायं  3.54 से जहाँ एक ओर बिपरजॉय चक्रवात का वेग घटने लगेगा ,वहीं दूसरी ओर नए चक्रवातों का निर्माण संभव है |वायु प्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ सकता है |लोगों के मन में अकारण एक दूसरे के प्रति तीव्र विद्वेष की भावना पनपेगी |इससे समाज में उत्तेजना बढ़ेगी |

 17जून को धूप तेज रहेगी | तापमान कुछ बढ़ जाएगा ! मध्य भारत विशेष संतपित होगा | वायुमंडल में ज्वलनशीलता  की मात्रा अचानक बढ़ जाने के

कारण रात्रि में  आग लगने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा काफी अधिक रहेगी | तेज हवाएँ चलेंगी |  वायु मंडल से लेकर नदियों तालाबों के जल प्राकृतिक रूप से  स्वतः प्रदूषण मुक्त होने लगेंगे |

18 जून को सुबह से ही तेज धूप होने से तापमान अधिक होगा |असम  बिहार सिक्किम अरुणाचल मेघालय आदि प्रदेशों में वर्षा होने की संभावना है |इसके अतिरिक्त  आकाश में कहीं कहीं बादल दिखाई पड़ेंगे | दोपहर बाद हवाओं का रुख बदलेगा और पूर्वोत्तरीय हवाएँ बढ़ते तापमान पर कुछ  अंकुश लगाने में सक्षम होंगी | देर रात्रि से दक्षिण पूर्वी प्रदेशों के आसमान में बादलों की सामान्य उपस्थिति दिखाई दे सकती है |

19 जून को सिक्किम असम अरुणाचल नागालैंड मणिपुर मिजोरम जैसे प्रदेशों में  मध्यम वर्षा होने की संभावना है | तापमान सामान्य से कुछ अधिक रहेगा ,वायु का प्रवाह अधिक रहेगा |विशेष बेचैनी वाली गर्मी नहीं होगी |

 20 जून को  त्रिपुरा मेघालय दक्षिण असम मणिपुर कलकत्ता झारखण्ड हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है | हवाओं का वेग बढ़ने से नमी की मात्रा बढ़ेगी | वायु प्रदूषण में कुछ कमी होगी |  समाज में व्याप्त तनाव भी कुछ कम होना प्रारंभ होगा |

21 जून को हवाओं का वेग बढ़ने से  कहीं कहीं बादलों की उपस्थिति बढ़ सकती है | पूर्वोत्तर भारत में वर्षा होने की संभावना है | तनाव मुक्त वातावरण बनना प्रारंभ होगा |पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन से जुड़े विवादित मुद्दे इस समय निपटा लेने चाहिए | रूठे हुए स्वजनों को मनाने का यह उत्तम अवसर है |

 22 और 23 जून को पूर्वोत्तरीय पहाड़ी क्षेत्रों में एवं हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में कहीं कहीं कुछ अधिक वर्षा हो सकती है | हवाओं का वेग बढ़ने से नमी की मात्रा कुछ बढ़ेगी | कुछ क्षेत्रों में बादलों की उपस्थिति बढ़ सकती है | मध्य भारत में भी अल्प वर्षा होने की संभावना है |

विशेषबात - 16 से 17  जून को चक्रवात जैसे तेज तूफानों के घटित होने की संभावना बन सकती है |बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित  हो सकते हैं |इन दिनों में सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं | लोगों के चिंतन में तनाव हिंसा उन्माद की मात्रा  अन्य समय की अपेक्षा अधिक बढ़ जाएगी !वायु प्रदूषण बढ़ने की संभावना है |18  से 23 जून तक तेज हवाएँ चलने के कारण वायु मंडल अत्यंत धूल धूसरित होगा |इन्हीं दिनों में किसी किसी दिन वर्षा एवं बज्रपात की संभावना काफी प्रबल है | 15 से 18 जून तक राजस्थान पंजाब हरियाणा मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ आदि  प्रदेशों में वर्षा की संभावना कम है |18 से 23 जून के बीच दक्षिणी उत्तर प्रदेश  मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ झारखंड आदि  प्रदेशों में वर्षा की संभावना काफी कमजोर है |

 बिपरजॉय चक्रवात पर कुछ विशेष सूचना ! (सच हुई भविष्यवाणी)

 31 मई 2023, 8:58 pm पर  मैंने एक मेल के माध्यम से पीएमओ को सूचित किया था इसके साथ ही 1 जून से 7 वाले मौसम पूर्वानुमान में प्रकाशित भी किया था - "3 जून से कुछ दिनों तक आकाशीय वातावरण विक्षुब्ध रहेगा |अरब सागर की ओर से आने वाली प्रकुपित हवाओं के प्रभाव से कुछ स्थानों पर प्राकृतिक उपद्रव घटित हो सकते हैं |वो हवाएँ जब जहाँ पहुँचेंगी वहाँ आँधी तूफ़ानों की घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इन्हीं दिनों में दक्षिणी प्रशांत सागर में तीव्र  चक्रवात जैसी प्राकृतिक घटनाओं  का निर्माण होना शुरू हो सकता है |1 से 4 जून तक समुद्री क्षेत्र में चक्रवात का निर्माण हो सकता है |"
     इसी प्रकार से बुध, 7 जून 2023 , 9:06 pm पर पीएमओ को भेजे गए पत्र में एवं 8 से 15 जून वाले मौसम पूर्वानुमान में प्रकाशित भी किया था ! मैंने इस चक्रवात के विषय में लिखा था -"13 से 15 जून तक चक्रवात जैसे तेज तूफानों के घटित होने की संभावना बन सकती है |इन दिनों में आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित  हो सकते हैं |"
   इस भविष्यवाणी के अनुशार 13 जून 2023 को दोपहर 1.33 बजे  पूरे उत्तर भारत में भूकंप के झटके महसूस किए गए.जिसकी तीव्रता  5.4 थी !अब इसी 13 से 15 जूनके बीच ही बिपरजॉय चक्रवात जोर शोर से टकराने की स्थिति में है |

  भविष्यवाणी :   14 जून को मैंने समाचारों में सुना कि बिपरजॉय चक्रवात  पकिस्तान की ओर मुड़ चुका है" मुझे लगा  कि इससे सतर्कता में लापरवाही हो सकती है अतएव 14 जून को ही मैंने  पीएमओ को मेल भेजकर निवेदन किया है कि समय विज्ञान के अनुशार "बिपरजॉय चक्रवात 13 जून को सायं 3.59 से पहले पहलेअचानक कराँची की ओर मुड़ने  लगा था | उसके बाद यह फिर भारत की ओर मुड़ने का मन बना चुका है जो 15 और 16 जून में कराँची सिंध कच्छ राजस्थान हरियाणा पंजाब दिल्ली पश्चिमी उत्तर प्रदेश हिमाचल उत्तराखंड जम्मूकश्मीर की यात्रा तय करते हुए 16 जून की रात्रि को हर हाल में इसे हिमालय पर पहुँचना ही पड़ेगा |इसी कैलास पर विश्राम करते हुए 16 जून कोसायं  3.54 से बिपरजॉय चक्रवात का वेग घटने लगेगा ! 17 जून 2023 सायंकाल 5 बजकर 9 मिनट से पहले पहले बिपरजॉय चक्रवात को हर हाल में समाप्त होना ही होगा | इससे आगे बढ़ने की इस चक्रवात को अनुमति ही नहीं है | इसलिए इससे आगे नहीं बढ़ सकता है |

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