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मौसम पूर्वानुमान(वैदिक): अक्टूबर -2021
मौसम पूर्वानुमान(वैदिक): अक्टूबर -2021
मौसम साराँश- अक्टूबर के महीने में बादलों की उपस्थिति बनी रहेगी|अक्टूबर के कुछ दिनों में समय समय पर मध्यमस्तरीय वर्षा भी होती रहेगी |11अक्टूबर के बाद वर्षाऋतु पूरी होनी प्रारंभ हो जाएगी 16अक्टूबर के बाद वर्षा का वेग बिलकुल समाप्त हो जाएगा फिर भी सामान्य और मध्यमस्तरीय वर्षा महीने के कुछ दिनों में ही होगी|अधिक वर्षा एवं
मौसमपूर्वानुमान: अगस्त -2021
मौसमपूर्वानुमान: अगस्त -2021
अगस्त के संपूर्ण महीने में वर्षा और बाढ़ की मात्रा बहुत अधिक होगी| विश्व केअधिकाँश देशोंप्रदेशों में वर्षा का वेग इतना अधिक डरावना होगा कि संभव है अनेकों दशकों के बाद अगस्त के महीने में इतनी अधिक बारिश हो रही हो| कुछ देशों प्रदेशों में तो सौ दो सौ वर्षों के बाद इतनी अधिक बारिश का दृश्य दिखाई देगा | भीषण बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए सरकारों के द्वारा
मौसमपूर्वानुमान: जुलाई -2021
मौसमपूर्वानुमान: जुलाई -2021
जुलाई महीने में विश्व के अधिकाँश देशों प्रदेशों में वर्षा और बाढ़ की मात्रा काफी अधिक होगी | वर्षा का वेग बहुत अधिक होगा संभव है अनेकों दशकों के बाद जुलाई के महीने में इतनी अधिक बारिश हो रही हो | वर्षा का स्वरूप इतना अधिक डरावना होगा कि बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए सरकारों के द्वारा किए जाने वाले अधिकतम प्रयास भी निरर्थक सिद्ध हो सकते हैं |वर्षा वैसे तो संपूर्ण महीने में ही कुछ क्षेत्रों में होती रहेगी उसमें भी विशेष अधिक वर्षा का क्रम 8 जुलाई से प्रारंभ होगा !10 से 15
मौसमपूर्वानुमान:जून -2021
मौसमपूर्वानुमान:जून -2021
जून के महीने में भी भारत के पूर्वी एवं उत्तरीय प्रदेशों में वर्षों की संभावनाएँ अक्सर बनती देखी जाएँगी |
1और2 जून को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा एवं बर्फबारी जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं | हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
3 जून को बादलों की उपस्थिति तो रहेगी कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है अधिक वर्षा की संभावना नहीं है हवाओं में शीतलता
मौसमपूर्वानुमान :मई -2021
मौसमपूर्वानुमान:मई -2021
संक्षिप्तमौसमसाराँश :विशेषकर भारत के पूर्वोत्तर प्रदेशों में सामान्य वर्षा एवं बर्फबारी का वातावरण इस महीने भी चलता रहेगा | जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख हिमाचल उत्तराखंड आदि में वर्षा और वर्फबारी जैसी घटनाएँ इस महीने में भी देखने को मिल सकती हैं|पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर मई के महीने में वर्षा की संभावना काफी कम है !यद्यपि विश्व के अधिकाँश देशों प्रदेशों में तापमान बढ़ने एवं आग लगने की संभावना 70 प्रतिशत तक रहेगी और आँधी तूफानों एवं चक्रवातों की संभावना 90 प्रतिशत तक रहेगी !कुल मिलाकर मई के महीने में तापमान अधिक बढ़ा रहेगा तथा कुछ दिनों में हिंसक आँधी तूफान घटित होते अधिक देखे जाएंगे |इसके अतिरिक्त वायुप्रदूषण का स्तर भी 5 से 8 मई तक एवं 17 से 22 मई तक काफी अधिक रहेगा | कृत्रिमकोरोना महामारी का दिनोंदिन बढ़ता संक्रमण इसी 2 मई के बाद कम होना प्रारंभ