मौसम
मौसम पूर्वानुमान(वैदिक): अक्टूबर -2021
मौसम पूर्वानुमान(वैदिक): अक्टूबर -2021
मौसम साराँश- अक्टूबर के महीने में बादलों की उपस्थिति बनी रहेगी|अक्टूबर के कुछ दिनों में समय समय पर मध्यमस्तरीय वर्षा भी होती रहेगी |11अक्टूबर के बाद वर्षाऋतु पूरी होनी प्रारंभ हो जाएगी 16अक्टूबर के बाद वर्षा का वेग बिलकुल समाप्त हो जाएगा फिर भी सामान्य और मध्यमस्तरीय वर्षा महीने के कुछ दिनों में ही होगी|अधिक वर्षा एवं
वैदिक मौसमपूर्वानुमान:सितंबर-2021
वैदिकमौसमपूर्वानुमान:सितंबर-2021
सितंबर के महीने में बादलों की आवाजाही लगी रहेगी ,फिर भी इस महीने में बहुत अधिक वर्षा की संभावना नहीं है|अधिक वर्षा बहुत कम दिनों में ही होगी|बहुत अधिक वर्षा एवं बाढ़ जैसी परिस्थितियाँ सितंबर में बनते नहीं दिख रही हैं | 16 सितंबर के बाद वायु एवं अग्नि संबंधी दुर्घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं |कुछ क्षेत्रों में सूखा जैसे हालात बन सकते हैं | विशेषकर 18 से 30 सितंबर के बीच कुछ दिनों कोछोड़कर वर्षा की संभावना इतनी कम रहेगी कि कृषि कार्यों के लिए सिंचाई के संसाधनों का प्रयोग करना पड़ सकता है |20 से 30 सितंबर के बीच तापमान
मौसमपूर्वानुमान: अगस्त -2021
मौसमपूर्वानुमान: अगस्त -2021
अगस्त के संपूर्ण महीने में वर्षा और बाढ़ की मात्रा बहुत अधिक होगी| विश्व केअधिकाँश देशोंप्रदेशों में वर्षा का वेग इतना अधिक डरावना होगा कि संभव है अनेकों दशकों के बाद अगस्त के महीने में इतनी अधिक बारिश हो रही हो| कुछ देशों प्रदेशों में तो सौ दो सौ वर्षों के बाद इतनी अधिक बारिश का दृश्य दिखाई देगा | भीषण बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए सरकारों के द्वारा
मौसमपूर्वानुमान: जुलाई -2021
मौसमपूर्वानुमान: जुलाई -2021
जुलाई महीने में विश्व के अधिकाँश देशों प्रदेशों में वर्षा और बाढ़ की मात्रा काफी अधिक होगी | वर्षा का वेग बहुत अधिक होगा संभव है अनेकों दशकों के बाद जुलाई के महीने में इतनी अधिक बारिश हो रही हो | वर्षा का स्वरूप इतना अधिक डरावना होगा कि बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए सरकारों के द्वारा किए जाने वाले अधिकतम प्रयास भी निरर्थक सिद्ध हो सकते हैं |वर्षा वैसे तो संपूर्ण महीने में ही कुछ क्षेत्रों में होती रहेगी उसमें भी विशेष अधिक वर्षा का क्रम 8 जुलाई से प्रारंभ होगा !10 से 15
मौसमपूर्वानुमान:जून -2021
मौसमपूर्वानुमान:जून -2021
जून के महीने में भी भारत के पूर्वी एवं उत्तरीय प्रदेशों में वर्षों की संभावनाएँ अक्सर बनती देखी जाएँगी |
1और2 जून को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा एवं बर्फबारी जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं | हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
3 जून को बादलों की उपस्थिति तो रहेगी कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है अधिक वर्षा की संभावना नहीं है हवाओं में शीतलता