मौसम पूर्वानुमान : 23 से 28 फरवरी 2022 तक (वैदिक)

Category: Forcasting (Weather) Published: Tuesday, 22 February 2022 Written by Dr. Shesh Narayan Vajpayee

                                              मौसम पूर्वानुमान : 23 से 28  फरवरी 2022 तक (वैदिक)

 
 23 फरवरी को कुछ क्षेत्रों में बादल रहेंगे उनमें भी भूरे रंग के बादलों की अधिकता रहेगी |कुछ क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ सामान्य वर्षा हो सकती है |समुद्रीक्षेत्र में चक्रवर्ती तूफानों का निर्माण होना प्रारंभ हो सकता है| सामाजिक पारिवारिक राजनैतिक प्राकृतिक आदि परिस्थिति में तनाव बढ़ना प्रारंभ होगा |
24फरवरी को तेज हवाओं का प्रवाह देखा जा सकता है कहीं कहीं आँधी जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं | कुछ समुद्र तटवर्ती देशों प्रदेशों

में चक्रवाती तूफानों का निर्माण संभव है | वायु प्रदूषण बढ़ा रहेगा |
25  फरवरी को कुछ क्षेत्रों में आग लगने जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं |अग्नि से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए सतर्कता पूर्वक अग्नि का व्यवहार करना चाहिए |सामान्य बादलों की आवाजाही  रहेगी | कुछ क्षेत्रों में वायु प्रदूषण बढ़ा रहेगा |
26 फरवरी को हवाओं का वेग एवं तापमान क्रमशः कम होने लगेगा |तापमान क्रमशः कम होगा |कुछ स्थानों पर कृषि के लिए हितकर मध्यमस्तरीय वर्षा होने की संभावना है | पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फवारी जैसा वातावरण बनने की संभावना है |
27 फरवरी को बादलों की आवाजाही बढ़ेगी | हवाओं का वेग क्रमशः कम होने लगेगा | कुछ स्थानों पर मध्यमस्तरीय वर्षा की संभावना है | पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फवारी जैसा वातावरण बन सकता है | वायु प्रदूषण कम होने लगेगा |
28 फरवरी को कहीं कहीं अधिक वर्षा एवं बर्फबारी जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं | जिससे तापमान कम होगा | ठिठुरन बढ़ सकती है | वायु प्रदूषण काफी कम होगा | समाज में शांतिपूर्ण वातावरण का निर्माण होते देखा जाएगा |
उत्पात का समय: 23 से 26  फरवरी के बीच उल्कापात बज्रपात जैसी प्राकृतिक घटनाएँ घटित हो सकती हैं |इस समय में आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी| इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित  हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की  सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बमविस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की मात्रा  अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए


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