मौसम पूर्वानुमान : 8 से 15 अप्रैल 2023 तक (वैदिक)

Category: Forcasting (Weather) Published: Saturday, 08 April 2023 Written by Dr. Shesh Narayan Vajpayee

मौसम पूर्वानुमान : 8 से 15 अप्रैल 2023 तक (वैदिक)

8 अप्रैल को प्रशांत महासागर में पृथ्वी विभिन्न प्रकार की गैसों का तेजी से बिसर्जन करेगी | ऐसी अनपेक्षित गैसों के प्रभाव से कुछ स्थानों पर प्राकृतिक उपद्रव घटित हो सकते हैं |वायु प्रदूषण बढ़ना शुरू हो सकता है | सामान्य रूप से भूरे रंग के जलहीन बादलों की अधिकता रहेगी !कहीं कहीं तेज हवाओं या आँधी तूफानों के साथ अधिक वर्षा हो सकती है |सामान्य वर्षा होने की संभावना कम है | इससे लोगों के मन में उन्माद की भावना पनपेगी | परिवारों में

अकारण तनाव की मात्रा बढ़नी प्रारंभ होगी |समाज में वैमनस्य फैलाने के राजनैतिक प्रयास होंगे |राजनैतिक दलों में पारस्परिक आरोपों प्रत्यारोपों के दुखद दृश्य देखने को मिल सकते हैं | समाज में आंदोलन की प्रवृत्ति पनपेगी | ऐसा प्रभाव कुछ दिनों तक समस्त वायुमंडल में रहेगा |

9 और 10 अप्रैल को समुद्री क्षेत्रों में पृथ्वी के गर्भ से निकली तेज हवाओं के वेग से कुछ स्थानों पर चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | इसका प्रभाव वैश्विक होगा इसलिए अनेकों देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं |भारत के दक्षिण पूर्वी समुद्री किनारों पर स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ घटित हो सकती हैं | कुछ स्थानों पर वर्षा के साथ साथ ओलावृष्टि एवं बज्रपात होने की संभावना है | इससे कुछ दिनों तक आकाशीय वातावरण विक्षुब्ध होगा |वातावरण में वायुप्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ जाएगा | नदियों तालाबों का जल प्राकृतिक प्रदूषण से प्रदूषित होगा | लोगों के पारिवारिक एवं सामाजिक संबंधों में अचानक तनाव बढ़ना प्रारंभ हो सकता है|आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि एवं बज्रपात जैसे उपद्रव घटित हो सकते हैं | इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |
11 अप्रैल को धूप तेज रहेगी | तापमान कुछ बढ़ जाएगा ! इस दिन आग लगने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा काफी अधिक रहेगी | वायु मंडल से लेकर नदियों तालाबों के जल प्राकृतिक रूप से उष्ण होकर स्वतः प्रदूषण मुक्त होने लगेंगे |
12 अप्रैल को हवाओं का वेग बढ़ने से तापमान नियंत्रित होना प्रारंभ होगा | कहीं कहीं बादलों की उपस्थिति रह सकती है | वायुमंडल में व्याप्त प्रदूषण आंशिक रूप से कम होगा|नदियों तालाबों के जल भी स्वतः स्वच्छ होने लगेंगे|कुछ स्थानों पर वर्षा की संभावना कम है |
13 और 14 अप्रैल को वर्षा होने की संभावना अधिक है |विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल दिल्ली हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना कुछ कम होगी | लोगों में सहन करने की भावना स्वतः बढ़ने लगेगी |
15 अप्रैल को उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड असम मेघालय मणिपुर सिक्किम आदि प्रदेशों में सामान्य वर्षा होने की संभावना है | जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में भी वर्षा हो सकती है |इन दिनों में तापमान एवं वायु प्रदूषण की मात्रा कुछ कम रहेगी |पूर्वोत्तर भारत में वर्षा होने की विशेष संभावना है |

उत्पात का समय :

8से14 अप्रैल तक भारत के पूर्वोत्तर प्रदेशों में वर्षा की अधिकता रहेगी, जबकि शेष भारत में 8 से 13 अप्रैल तक गरमी क्रमशः बढ़ती जाएगी |8 से 12 अप्रैल के बीच आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित हो सकते हैं |इन दिनों में तेज तूफ़ान चक्रवात आदि का निर्माण हो सकता है | समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बम विस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में तनाव हिंसा उन्माद की मात्रा अन्य समय की अपेक्षा अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों तथा देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए 

 

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